Hello दोस्तो आप का स्वगत है Law Articles Blog में, आज हम विस्तार से Easement Right क्या होता है,कौन सी सम्पति हो, किसको मिलता है, कैसे मिलता है और इसके प्रकार के बारे में विस्तार से जानगे। इस अधिकार का विकास मानवसिभ्ता के साथ -साथ हुआ है। जैसे जैसे लोगों ने विकास किया, वैसे वैसे लोगों को पता चलने लगा हमारे Right क्या है, हमारे कानून क्या है, हमारी जीने का तरीका क्या होना चाहिए, हमारे जीने का.ढग क्या होता है। सभी को जीवन जीने और सम्पति का उपभोग करने का अधिकार है। Easement Right की अवधारणा English Law से ली गई है। हिन्दी में Easement Right को सुखाधिकार कहा जाता है। और भारत में Easement Right की परिभाषा को Indian Easement Act 1882 के Section 4 में दिया गया है।और इस Act में कुल Chapter -6 और Section- 64 है।य़ह Act 1July 1882 से भारत में लागू है।
What is Easement Right।सुखाधिकार क्या है।
Easement Right का संबंध अचल संपत्ति से है। Easement Right हिन्दी में सुखाधिकार या सुगमता का मार्ग का अधिकार भी कहा जाता है। इसकी परिभाषा को सरल शब्दों में समझने का प्रयास करेगे। जब एक संपत्ति का मालिक अपनी संपत्ति का उपभोग लेने के लिए, दूसरे मालिक की संपत्ति पर कुछ करने या कुछ करते रहने का अधिकार प्राप्त करता है, इस अधिकार को Easement Right या सुखाधिकार कहते है।उदाहरण के लिए- A व्यक्ति A व्यक्ति का मकान दो बडी Building का बीच है में बना हुआ है और A का मकान Plot का Back Side और Plot के Front side की जमीन खाली पडी थी। A Road पर आने के लिये, Front side की खाली पडी जमीन से बने रास्ते से Road पर आता था। कुछ साल बाद A के मकान के Front side की खाली जमीन को B खरीद लेता है वह Plot Road तक आता है। अब जब B अपना मकान Front side की खाली जमीन पर बनाएगा तो उस A को Road तक आने का ऱास्ता देना होगा।Dominant Owner:यहं पर A व्यक्ति का मकान Plot के Back Side में बना था और B अपनी Front side की भूमि पर से A को Road तक आने का रास्ता देता है जिससे A को अपने मकान का Use करने का Right मिल जाता है यहां पर A को Dominant Owner कहा जाता है।Servient Owner:-जबकि B अपनी भूमि पर से A को Road तक आने का रास्ता देता है यहां पर B को Servient Owner कहा जाता है।Dominant Property:-यहां पर A व्यत्ति जो Beneficiary है और B से Road तक आने का रास्ता पाता है यहां A की Property को Dominant Property कहा जाता है।Servient Property:-यहां पर B अपनी भूमि पर से A को Road तक आने का रास्ता देता है यहां पर B की Property को Servient Property कहा जाता है।
Example of Easement Right:
- आने-जाने का अधिकार Right to Way
- प्रकाश व हवा का अधिकार Right to Sunlight and Ai
- पानी निकाल लेने का अधिकार Right to Discharge Rainwater.
यदि दूसरे शब्दों इसकी व्याख्या की जाये तो, Easement Eight के लिए दो Property का होना आवश्यक है और वे एक दुसरे के जुडी होनी चाहिए। इसके लिए दो Property के अलग-अलग Owner का भी आवश्यकता है। जिसमें एक अधिकार को देता है और दूसरा अधिकार को लेता है। यहां पर यह भी बताना महत्वपूर्ण कि यदि यह अधिकार प्रदान करने योग है और प्रदान कर दिया जाता है तो यह एक से दुसरे को हस्तांतर किया जा सकता है।यह सुखाधिकार यदि संपत्ति से जुड़ा हुआ है, तो यह न केवल उस संपत्ति के मालिक जिसके लिए यह अधिकार है, बल्कि उसके उत्तराधिकारी या उसके खरीदार को भी यह अधिकार मिलता रहेगा। साथ ही सुखाधिकार स्थायी रुप से हो सकता है। या यह कुछ समय के लिए हो सकता है। ऐसा अधिकार केवल मनुष्य के आनेजाने के लिए हो सकता है। उनके वाहन के लिए भी हो सकता है।
How to get Easement Right:सुखाधिकार को कैसे प्राप्त होता है
Easement Right या सुखाधिकार या सुखाचार या सुगमता का मार्ग का अधिकार कैसे प्राप्त किया जाता है। इसे आम तौर पर तीन तरीकों से प्राप्त किया जाता है। जैसे
- वह व्यक्ति उस भूमि को 20 वर्षों से अधिक निरन्तर उपयोग के बाद प्राप्त किया जा सकता है।
- वह व्यक्ति उस भूमि का उपयोग प्रथा या परंपरागत से प्राप्त किया जाता है।
- वह व्यक्ति उस भूमि को दस्तावेज़ द्वारा भी प्राप्त किया जा सकता है।
यह अधिकार आम तौर पर ग्रामीण क्षेत्र में बनी पगडण्डी जो रूडी व परंपरागत के द्वारा या दीर्घकालिक उपयोग द्वारा,बन जाते हैं। ग्रामीण विभागो में या कुछ जनजातियों से, ऐसे अधिकार और परंपरागत बन जाती हैं। जैसे- ग्रामीण क्षेत्र में बनी पगडण्डी से मुख्य सडक तक आना, जंगल में आने-जाने रास्ता, पशुओं के चरागाह का अधिकार, पशुओं के आने व जाने के लिए सुखाधिकार।
यहां पर यह बात शामिल करना आवश्यक है कि दीर्घकालिक उपभोग करने के लिए दस्तावेज द्वारा बनाया जाना उचित है। इसलिए, निजी सुखाधिकार यह एक दस्तावेज़ का विषय हो सकता है। निजी सुखाधिकार एक दूसरे दावेदार की भूमि से, सार्वजनिक सड़कों तक आने-जाने का अधिकार है। कभी-कभी किसी संपत्ति के लिए सड़क तक पहुचने के लिए आने-जाने का कोई रास्ता नहीं होता है, ऐसे में उस संपत्ति के सुखाधिकार को दस्तावेज द्वारा प्राप्त किया जा सकता है। यह, सुखाधिकार अचल संपत्ती से संबंधित है और इसलिए उस अधिकार को अचल संपत्ति माना जाता है। इसलिए, ऐसे अधिकारों का प्रावधान दस्तावेजों के माध्यम से किया जाना जरूरी है और इनका पंजीकरण भी पंजीकरण अधिनियम के तहत करना अनिवार्य है। ऐसे अधिकार प्रदान करने के लिए, जो दस्तावेज़ का निर्माण किया गया है वह Agreement के रूप में होना चाहिये। इसलिए, Agreement की Stamp Duty का भुगतान उस पर किया जाना चाहिए।
यहां पर यह भी बताना महत्वपूर्ण कि Easement Right या सुखाधिकार में दोनों Property के अलग-अलग Owner की कुछ एक दुसरे के प्रति जिम्मेदारीयो के बारे मे Indian Easement Act 1882 की Section22 से 27 दिये गया है यह दोनों एक-दुसरे के साथ आपसी समझौते के माध्यम से निधारित किया जा सकता है। यह आने-जाने की स्थिति को अच्छी स्थिति में रखने कि जिम्मेदारी प्रदान धारक पर है। साथ ही, दोनो को एक दूसरे की आय या किसी अन्य पहलू को नुकसान या क्षति पहुंचे जैसा कोई कृत्य नही करना है। ऐसा कोई भी प्रकार का नुकसान होने पर, उसको दूसरे से संपत्ति की क्षतिपूर्ति ( (Damage) की भरपाई के लिए जिम्मेदार है, इसी जिम्मेदारी को प्रत्यक्ष समझौते द्वारा बदला जा सकता है
kind of Easement Right। सुखाधिकार या सुखाचार के प्रकार।
Indian Easement Act 1882 की Section 5 में Easement Right या सुखाधिकार या सुखाचार या सुगमता का मार्ग का अधिकार के चार प्रकार बताए गये है। 1. Continuous.2. Discontinuous3. Apparent 4. Non-Apparent । सुखाधिकार का ऐसा वर्गीकरण इस अधिनियम की एक बडी उपलब्धि है। पूर्व में इस प्रकार का कोई वर्गीकरण नहीं किया गया था। ऐसा कहा जाता है कि सुखाधिकारों का यह वर्गीकरण गेले की पुस्तक “Gale on Easements” से लिया गया है।Classification of Easement Right ।सुखाधिकारों का यह वर्गीकरण -कोई कार्य करने या करते रहने,किसी कार्य को निर्धारित करने या निवारित करते रहने,उसके किसी बाह्य चिह्न द्वारा सन्दर्भित होने एवं बाह्य के चिह्न नहीं होने,के आधार पर किया गया है।
1. Continuous Easement Right: सतत सुखाधिकार।
Continuous easement या सतत सुखाधिकार से अभिप्राय ऐसे अधिकार से है जिसका उपयोग मनुष्य के किसी कार्य के बिना ही निरन्तर जारी है या रहे अर्थात् यह एक ऐसा अधिकार है जिसका उपभोग किसी व्यक्ति के हस्तक्षेप के बिना ही किया जा सकता है। इसके लिए किसीमानवीय कार्य की अपेक्षा नहीं होती।Continuous easement या सतत सुखाधिकार से सम्बन्धित Case है, ” बृजमोहन बनाम हजारी लाल, ए० आई० आर० 1936 इलाहाबाद 90 पूर्णपीठ ” Indiankanoonhttps://indiankanoon.org/
उदाहरण के लिए-
- A ,B, C, तीनो के मकान एक ही लाइन मे बने है A की नाली का पानी,B तथा C के मकान के सामने की भूमि से जाका नदी में मिलता है यहां पर दूसरी की भूमि में जाने वाली नाली एक Continuous Easement Right या सतत या अविच्छिन्न सुखाधिकार है।
- ऐसे ही रोशनी या हवा प्राप्त करने का अधिकार Continuous easement या सतत या अविच्छिन्न सुखाधिकार है।
- व्यक्ति का उसकी भूमि पर, किसी स्थायी जल स्रोत से जल लाने का अधिकारहै, यह एक Continuous Easement Right है।
- मरम्मत कराने का अधिकार भी एक सतत सुखाधिकार अविच्छिन्न सुखाधिकार है।
2. Discontinuous Easement Right: असतत सुखाधिकार।
Discontinuous Easement Right या असतत सुखाधिकार से अभिप्राय ऐसे अधिकार से है जिसके उपभोग के लिये मनुष्य के कार्य की आवश्यकता होती है अर्थात् यह एक ऐसा अधिकार है जिसके उपभोग में किसी व्यक्ति के हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए-
- यहां पर A को मार्ग से जाने का अधिकार है B, A को मार्ग से जाने से नहीं रोक सकता है क्योकि यह A का मार्गाधिकार’ है और यह Discontinuous Easement Right या असतत या विच्छिन्न सुखाधिकार है, क्योंकि इसके उपयोग के लिये मानवीय कार्य की आवश्यकता पड़ती हैं।
3. Apparent easement Right:प्रत्यक्ष सुखाधिकार।
Apparent easement Right या प्रत्यक्ष सुखाधिकारअभिप्राय ऐसे अधिकार से है जिसका अस्तित्व किसी Permanent Mark से प्रकट होता हो अर्थात् ऐसा अधिकार जो सम्पत्ति के किसी बाह्य स्थायी चिह्न या संकेत द्वारा सन्दर्शित किया जा सकता हो, प्रत्यक्ष सुखाधिकार (apparent easement) कहलाता है। यह स्थायी चिह्न ऐसे हो सकते हैं जो या तो सभी व्यक्तियों को स्पष्ट दिखाई।देते हों या फिर ऐसे हो सकते हैं जिसको किसी सक्षम व्यक्ति के निरीक्षण द्वारा ही देखा जा सकता हो।उदाहरण के लिए-
- A,B,C,D के खेत है जिसमें A के खेत में नलकूप लगा है यहां पर D को अपने खेत पर सिचाई के लिए A,B,C के खेत की नााली से D अपने खेत तक पानी लाने लाने का अधिकार है।
- खिड़कियाँ, दरवाजे, रोशनदान, नाली आदि चीजें हैं जो कि सभीव्यक्तियों को स्पष्टतः दिखाई देती हैं, लेकिन यदि कोई नाली जमीन के अन्दर हैतो वह सिर्फ किसी सक्षम व्यक्ति द्वारा निरीक्षण किये जाने पर ही देखी जा सकती है।
4. Non-apparent Easement Right:अप्रत्यक्ष सुखाधिकार।
Non-apparent easement Right:अप्रत्यक्ष सुखाधिकार से अभिप्राय ऐसे अधिकार से है जिसके उपभोग किये जाने वाली वस्तु के Mark नहीं होते, जिससे कि किसी व्यक्ति द्वारा उसे देखा जा सके। ।उदाहरण के लिए-
- A, और B अपनी अपनी भूमि पर ही मकान बना सकते है यहां पर A, B की भूमि पर मकान नही बना सकता हैऔर न B, Aकी भूमि पर मकान बना सकता है।
इस प्रकार यहां पर हमने Section -4 और Section -5 सरल भाषा मे अध्यन किया है Section -4 Easement Right या सुखाधिकार को समझा है।और हमने Section -5 को समझाने से यह स्पष्ट है कि कोई भी सुखाधिकार चाहे वह Continuous, Discontinuous, Apparent, Non-Apparent सतत, अससत , प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष, कैसा भी हो सकता है और इसलिए मार्गाधिकार के लिए यह आवश्यक नहीं है कि वह प्रत्यक्ष ( Apparent) एवं सतत या अविच्छिन्न (Continuous) ही हो।